इजराइल- अमेरिका के दबाव में दुबका पाकिस्तान, बोला- हम नहीं करेंगे इजराइल पर परमाणु हमला

अमेरिकन प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प कह चुके हैं कि यदि ईरान ने किसी भी तरह से अमेरिका पर हमला किया तो जवाब ऐसा दिया जाएगा कि वो कभी नहीं भूलेगा। इसी बीच खबर आई कि ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर के सीनियर जनरल और ईरानी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्य मोहसिन रेजाई का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया है।
वीडियो में उन्होंने दावा किया कि यदि इजराइल परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों से इजराइल को जवाब देगा। मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया कि मोहसिन ईरान के सरकारी टीवी को दिए इंटरव्यू में ये बाते कह रहे थे।
खौफ में पाकिस्तानी विदेश मंत्री, भरे सदन पलटे
सोमवार को पाकिस्तान की संसद में विदेश मंत्री इसहाक डार खड़े हुए। उन्होंने जनरल मोहसिन की वायरल क्लिप का पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में जवाब दिया कि यह बिल्कुल ही गैर जिम्मेदाराना झूठी खबर है। अल्लाह ताला ने पाकिस्तान को परमाणु संपन्न बनाया है। इसे लेकर दुनिया के कई मुल्कों को तकलीफ भी होती है। लेकिन यह शक्ति हमारी सुरक्षा और स्थिरता के लिए है। 9/11 के बाद दोनों मुल्कों की फौजें आमने सामने खड़ी रहीं, भारत को तो मौका चाहिए। यदि हमारे पास यह ताकत न होती तो पता नहीं, उस समय क्या होता? मैं स्पष्ठ कर देना चाहता हूँ कि हमारी तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है कि हम पाकिस्तान के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री कुछ और कह रहे
14 जून को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में दिए बयान में कहा था कि हम ईरान के साथ खड़े हैं। हर अतंराष्ट्रीय मंच पर ईरान के हितों की रक्षा के लिए समर्थन देंगे। इजराइल ने यमन, ईरान और फलस्तीन को निशाना बनाया है। यदि मुस्लिम देश एकजुट नहीं हुए तो सभी को ऐसे ही हमलों का सामना करना होगा। मैं सभी देशों से अपील करता हूँ कि इजराइल से संबंध खत्म कर लें। ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर आगे की रणनीति तैयार करनी चाहिए
अमेरिकी दबाव तो नहीं?
अमेरिका बेशक इंकार कर चुका है कि ईरान पर इजराइल के हमलों में उसका कोई हाथ नहीं है। साथ ही ईरान के अमेरिका के किसी भी संस्थान या नागरिक पर हमला होने पर सीधे ही अंजाम भुगतने की धमकी भी दे चुका है। जानकार बताते हैं कि पाकिस्तान की पूर्व में निर्भरता रूस पर थी। लेकिन अब पाकिस्तान अमेरिका से भी अलगाव नहीं चाहता है। वहीं, पाकिस्तान की सड़कों पर इजराइल के खिलाफ गुस्सा फूटता है, लेकिन ऐसी तल्खी इजराइल में नहीं देखने को मिलती है। पाकिस्तान ने इजराइल को देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है, लेकिन वो खुलकर इजराइल पर हमले का समर्थन भी नहीं करता है।